मथुरा 26 अगस्त 09 आज पता लगा कि हम जो कॉफी पीते हैं बहुत चाव से, उसमें एक बडी मात्रा एक चिकोरी नामक जड़ की होती है. कॉफी के नाम पर कुछ अजीब सी चीज.
आज एक सज्जन से भेंट हुयी जो अपने खेत में चिकोरी उगाते हैं, बड़ी बड़ी कॉफी निर्माता कम्पनियों के लिये.
चिकोरी एक एक जंगली बारहमासी जड़ीबूटी है जो यूरोप में सडक के किनारे पर एक जंगली पौधे के रूप में होती थी और बाद में इसकी खेती की जाने लगी. इस पौधे की जड़ लंबी और मोटी होती हैं, पतली पतली मूली जैसी. इस पर बहुत सुंदर बैंजनी रंग के फूल आते हैं जो प्रति दिन ठीक एक समय पर खिलते और बंद होते हैं. पत्ते भी लगभग मूली जैसे होते हैं. नयी पत्तियों को सलाद में इस्तेमाल किया जा सकता है और जड़ को उबला कर सब्जी की तरह खाया जा सकता है.
पर इसकी जड़ कॉफी कैसे बन जाती है ? इन जडों को पहले गोल गोल काट कर सुखाया जाता है. सूखने पर इन्हें भूना जाता है और फिर पीसा जाता है. और कॉफी तैयार.
बताते हैं कि पूर्व में जब कभी कॉफी अनुपलब्ध हुयी या महंगी हो गयी तो लोगों ने चिकोरी को एक विकल्प के रूप प्रयोग किया. कहते हैं कि इसमें कैफीन नहीं होती और यह कॉफी से अधिक कसैला स्वाद पैदा करती है.
विकल्प तक तो ठीक पर कई उत्पादक आपकी कॉफी में 30% तक चिकोरी मिला देते हैं. हमने सोचा कि ये तो धोखा हुआ पर घर आकर कॉफी के डिब्बे का लेबल देखा तो पाया कि उसमें 30% चिकोरी है. पर ये उत्पादक यह बात प्रचारित नहीं करते और कॉफी के दाम में चिकोरी पिला देते हैं.
कभी "ओलार" कभी "दाबू"
1 वर्ष पहले
वाह...एकदम नई जानकारी लाए हैं आप।
जवाब देंहटाएंशरारती चिकोटी की बहन है ये चिकोरी भी।
शुक्रिया। आपके ब्लाग को शब्दो का सफर में शामिल करते हैं।
जैजै
आप तो 'वनस्पति खोजी'हो चले। मैं तो समझता था कि चिकोरी के भी बीज ही भुन कर मिलाते होंगे।
जवाब देंहटाएंयह तो बहुत बड़ा रहस्योद्घाटन है। ब्लॉगवाणी और चिट्ठाजगत पर अपना ब्लॉग रजिस्टर करिए। ताकि ढेर सारे लोग इससे जुड़ सकें।
वाह चोरी-चोरी चिकोरी, ये तो है कंज्यूमर के साथ सीनाजोरी. आपको तो खोजी पत्रकार होना चाहिए.
जवाब देंहटाएंअच्छी जानकारी है आजकल तो मिलावट हर चीज़ मे है जहां तक कि खून मे भी कुत्ते और बकरी का खून मिला कर इन्सान को चढाया जाने लगा है फिर ये तो काफी ही है ।
जवाब देंहटाएंवाह, इस लाभदायक जानकारी के लिए आभार
जवाब देंहटाएंकॉफी हाउस में दो तरह की कोंफी मिलती है . एक फिल्टर और दूसरी इंस्टंट. फिल्टर में शुद्ध कोंफी होती है इंस्टंट में चिकोरी होती है . कोंफी के आजकल कई प्रकार बाजार में उपलब्ध है अलग अलग स्वाद और मिलाने के .
जवाब देंहटाएंumda jaankari
जवाब देंहटाएंब्लॉग जगत में स्वागत है.
swapnyogeshverma.blogspot.com
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बहुत अच्छी और नयी जानकारी है यह. आभार.
जवाब देंहटाएंआपका स्वागत है.......भविष्य के लिये ढेर सारी शुभकामनायें.
गुलमोहर का फूल
Bahut sundar jaankaari pradaan ki aapne, aabhaar.
जवाब देंहटाएं( Treasurer-S. T. )
अच्छी जानकारी दी आपने
जवाब देंहटाएंसुंदर
जवाब देंहटाएंअच्छी जानकारी दी आपने
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर
http://sanjay.bhaskar.blogspot.com